Ram Mandir Murti: चेहरे पर तेज, हाथ में धनुष बाण लिए बाल रूप में रामलला सब का मन मोह रहे हैं। बड़ी अनोखी तरह से प्रभु श्री राम की मूर्ति की कारीगरी की गयी है।
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Ram Mandir Murti: राम जी के बाल स्वरूप की फोटो काफी तेजी से वायरल हो रही है। बाल स्वरूप में प्रभु श्री राम की मूर्ति गर्भ गृह में विराजमान हो चुकी है। प्राण प्रतिष्ठा की प्रक्रिया भी जारी है। प्रभु का बाल स्वरूप अति मनमोहक और निराला है। चेहरे पर तेज, हाथ में धनुष बाण लिए बाल रूप में रामलला सब का मन मोह रहे हैं। बड़ी अनोखी तरह से प्रभु की मूर्ति की कारीगरी की गयी है। इसलिए आइए जानते हैं प्रभु श्री राम के बाल स्वरूप मूर्ति से जुड़ी 10 दिलचस्प बातें-
Ram Mandir Murti क्यों खास है रामलला की मूर्ति?
1- प्रभु श्री राम के मस्तक के पास सूर्य, स्वस्तिक,ॐ, गदा, और चक्र तराशे गए हैं।
2- रामलला की मूर्ति में भगवान विष्णु सहित उनके 10 अवतार मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि के दर्शन भी मिलेंगे।
3- श्यामल रंग के श्याम शीला पत्थर से मूर्ति बनाई गयी है। मूर्ति का निर्माण एक ही पत्थर से किया गया है, जिसका मतलब है कि इसमें अन्य पत्थर नहीं जोड़े गए हैं।
4- प्रभु की यह मूर्ति जलरोधी है। इसका मतलब है की मूर्ति को जल से नुकसान नहीं पहुंच पाएगा।
5- रोली और चंदन लगाने से भी रामलला की मूर्ति की चमक प्रभावित नहीं होगी।
6- मूर्ति के निचले सतह पर एक ओर हनुमान जी और दूसरी ओर गरुड़ देव के दर्शन भी मिलेंगे।
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7- श्यामल रंग से बनी रामलला की प्रतिमा की आयु हजारों वर्ष लंबी मानी जा रही है क्योंकि श्याम शीला पत्थर सालों साल तक अच्छी अवस्था में रहता है।
8- कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा प्रभु श्री राम के बाल स्वरूप की मूर्ति बनाई गई है।
9- प्रतिमा 4.24 फीट ऊंची बनायी गयी है। रामलला की मूर्ति 3 फीट चौड़ी है, जिसका वजन लगभग 200 किलोग्राम है।
1- प्रभु श्री राम के मस्तक के पास सूर्य, स्वस्तिक,ॐ, गदा, और चक्र तराशे गए हैं। 2- रामलला की मूर्ति में भगवान विष्णु सहित उनके 10 अवतार मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि के दर्शन भी मिलेंगे। 3- श्यामल रंग के श्याम शीला पत्थर से मूर्ति बनाई गयी है।
Ram Lalla Pran Pratishtha: Ram Mandir Murti
Ram Mandir Murti अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी को होना है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा की तारीख नजदीक है, ऐसे में रामलला की मूर्ति का चयन भी हो गया है.
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मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज की बनाई गई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इसकी जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी.
चंपत राय ने बताया कि भगवान राम के बाल रूप की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसमें वो 5 साल के बालक के रूप में नजर आएंगे. कर्नाटक के मैसूर के रहने वाले अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति को गर्भ गृह में रखा जाएगा.
इसके साथ ही चंपत राय ने ये भी कहा कि वर्तमान में भगवान राम की जो मूर्ति मंदिर में स्थापित है, उसे भी गर्भ गृह में रखा जाएगा.
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव ने कहा कि जिस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होगी वो मूर्ति पत्थर की होगी और इसका वजन लगभग 150 किलोग्राम से लेकर 200 किलोग्राम तक होने की उम्मीद है.
उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या धाम में अपने नव्य भव्य मंदिर में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम और पूजन विधि 16 जनवरी से शुरू हो जाएगी, जबकि जिस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जानी है, उसे 18 जनवरी को गर्भ गृह में अपने आसन पर खड़ा कर दिया जाएगा.
Ram Mandir Murti चंपत राय ने कहा कि 22 जनवरी को पौष शुक्ल द्वादशी अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम संपन्न किया जाएगा. उन्होंने कहा कि मंदिर 20 और 21 जनवरी को बंद रहेगा और लोग 23 जनवरी से फिर से भगवान के दर्शन कर सकेंगे.
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया, “ कार्यक्रम से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. प्राण प्रतिष्ठा दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर प्रारंभ होगी.Ram Mandir Murti इसका मुहूर्त वाराणसी के पुजारी श्रद्धेय गणेश्वर शास्त्री ने निर्धारित किया है. वहीं, प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े कर्मकांड की संपूर्ण विधि वाराणसी के ही लक्ष्मीकांत दीक्षित करेंगे.”