Shardiya Navratri 2023: साल 2023 में शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरु हो रहे हैं, आइये जानते हैं एस्ट्रोलॉजर डॉ अनीस व्यास से शारदीय नवरात्रि की तिथियों और महत्व के बारे में.
Shardiya Navratri 2023 शारदीय नवरात्रि का पावन त्योहार पूरे देश में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। यह नौ दिनों का त्यौहार है जो माँ दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा के लिए समर्पित है, जिन्हें सामूहिक रूप से नवदुर्गा के नाम से जाना जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित मनोतपाल झा ने न्यूज 18 हिंदी को बताया कि शारदीय नवरात्रि के मौके पर वास्तु दोष को आसानी से दूर किया जा सकता है.
Shardiya Navratri 2023
Shardiya Navratri 2023 ज्योतिषी ने सलाह दी कि इस दौरान देवी की पूजा करने से घर की नकारात्मकता खत्म हो सकती है। उन्होंने यह भी सलाह दी कि कुछ अनुष्ठानों का पालन किया जाना चाहिए, जिससे किसी की वित्तीय प्रतिकूलताएं समाप्त हो सकती हैं। पंडित मनोतपाल झा का मानना है कि भक्त पूरी श्रद्धा से मां दुर्गा की पूजा करते रहेंगे तो आर्थिक रूप से मजबूत होंगे। आइए आर्थिक रूप से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए ध्यान रखने योग्य कुछ बातों पर एक नज़र डालें।
उनके अनुसार दोषों को दूर करने के उद्देश्य को पूरा करने के लिए देवी की नियमित रूप से 10 दिनों तक पूजा की जानी चाहिए। उन्हें देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने और अपनी वित्तीय संभावनाओं को बढ़ाने के लिए हर दिन अपने घर में एक दीपक जलाना चाहिए। लोगों को मां दुर्गा की मूर्ति के बाईं ओर तिल के तेल का दीपक भी जलाना चाहिए और कोशिश करें कि उनकी दाहिनी ओर घी का दीपक जलाएं। इससे घर में सुख, शांति और समृद्धि बढ़ेगी।
This Navratri, Worship Goddess Durga
Shardiya Navratri 2023 पंडित मनोतपाल झा भी भक्तों को सुबह और शाम पूजा के बाद कपूर आरती करने की सलाह देते हैं। कपूर नकारात्मक ऊर्जाओं से छुटकारा दिलाने में मदद करता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कपूर में कई महत्वपूर्ण तत्व मौजूद होते हैं, जिससे प्रदूषित हवा के दुष्प्रभाव भी खत्म हो जाते हैं। कपूर में बहुत सारे औषधीय गुण भी होते हैं।
इसके साथ ही भक्तों को गाय के गोबर का उपला लेकर उसमें चीनी मिलाकर जलाना चाहिए और अपने घर की चारों दिशाओं में रखना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि उस केक के धुएं से घर में मौजूद सारी नकारात्मकता खत्म हो जाएगी।
Shardiya Navratri 2023 इस वर्ष शारदीय नवरात्रि रविवार (15 अक्टूबर, 2023) को शुरू होगी और मंगलवार (24 अक्टूबर, 2023) को समाप्त होगी। भक्त 9 दिनों तक नौ कन्याओं को भोजन करा सकते हैं। इन दिनों नहीं तो अष्टमी और नवमी के दिन उन्हें भोजन अवश्य कराएं और दक्षिणा भी दें। ऐसा कहा जाता है कि यह शुभ होता है।
Shardiya Navratri 2023:
Shardiya Navratri 2023 एक वर्ष में दो बार छह माह की अवधि के अंतराल पर नवरात्रि आती हैं. मां दुर्गा को समर्पित यह पर्व हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. प्रत्येक वर्ष आश्विन मास में शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि का आरंभ होता है और पूरे नौ दिनों तक मां आदिशक्ति जगदम्बा का पूजन किया जाता है. इस वर्ष शारदीय नवरात्रि का आरंभ रविवार 15 अक्टूबर 2023 से हो रहा है. देवी भागवत पुराण में बताया गया है कि महालया के दिन जब पितृगण धरती से लौटते हैं तब मां दुर्गा अपने परिवार और गणों के साथ पृथ्वी पर आती हैं.
हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व है. मां दुर्गा की उपासना का पर्व साल में चार बार आता है. जिसमें दो गुप्त नवरात्रि और दो चैत्र व शारदीय नवरात्रि होती है. शारदीय नवरात्रि अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती है.
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Shardiya Navratri 2023 नवरात्रि की शुरुआत रविवार 15 अक्टूबर 2023 से होगी. 23 अक्टूबर 2023 को नवरात्रि समाप्त होगी. वहीं 24 अक्टूबर विजयादशमी या दशहरा का पर्व मनाया जाएगा. आश्विन माह की प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर 2023 की रात 11:24 मिनट से शुरू होगी. ये 15 अक्टूबर की दोपहर 12:32 मिनट तक रहेगी. उदया तिथि के अनुसार, शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से होगी.
अश्विन माह में पड़ने वाली शारदीय नवरात्रि का पर्व काफी धूमधाम से मनाया जाता है. इसमें मां दुर्गा की प्रतिमाएं विराजित की जाती है. साथ ही कई स्थानों पर गरबा और रामलीलाओं का आयोजन किया जाता है. इस 9 दिन के महापर्व के पहले दिन घटस्थापना की जाती है और मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा भी की जाती है. नवरात्रि के नौ दिनों में व्रत भी रखा जाता है. पूरे नियमों के साथ मां दुर्गा की आराधना की जाती है.
15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि (Shardiya Navratri 2023)
Shardiya Navratri 2023 का पर्व आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती है, जो कि नवमी तिथि को समाप्त होंगी. इसके बाद दशहरा मनाया जाएगा. प्रतिपदा तिथि के दिन घटस्थापना की जाती है. इस दिन से 9 दिन अखंड ज्योति जलाई जाती है. इस साल नवरात्रि रविवार 15 अक्टूबर 2023 से शुरू हो रही है. मंगलवार 23 अक्टूबर 2023 को नवरात्रि समाप्त होगी. वहीं 24 अक्टूबर विजयादशमी या दशहरा का पर्व मनाया जाएगा. आश्विन माह की प्रतिपदा तिथि 14 अक्टूबर 2023 की रात 11:24 मिनट से शुरू होगी. ये 15 अक्टूबर की दोपहर 12:32 मिनट तक रहेगी. उदया तिथि के अनुसार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 15 अक्टूबर से होगी.
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कलश स्थापना शुभ मुहूर्त (Kalash Sthapan Muhurat)
पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि को यानी पहले दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 15 अक्टूबर को 11:48 मिनट से दोपहर 12:36 तक है. ऐसे में कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त इस साल 48 मिनट ही रहेगा.
- घटस्थापना तिथि: रविवार 15 अक्टूबर 2023
- घटस्थापना मुहूर्त: प्रातः 06:30 मिनट से प्रातः 08: 47 मिनट तक
- अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:48 मिनट से दोपहर 12:36 मिनट तक
शारदीय नवरात्रि की तिथियां (Important Dates of Shardiya Navratri 2023)
15 अक्टूबर 2023 – मां शैलपुत्री (पहला दिन) प्रतिपदा तिथि
16 अक्टूबर 2023 – मां ब्रह्मचारिणी (दूसरा दिन) द्वितीया तिथि
17 अक्टूबर 2023 – मां चंद्रघंटा (तीसरा दिन) तृतीया तिथि
18 अक्टूबर 2023 – मां कुष्मांडा (चौथा दिन) चतुर्थी तिथि
19 अक्टूबर 2023 – मां स्कंदमाता (पांचवा दिन) पंचमी तिथि
20 अक्टूबर 2023 – मां कात्यायनी (छठा दिन) षष्ठी तिथि
21 अक्टूबर 2023 – मां कालरात्रि (सातवां दिन) सप्तमी तिथि
22 अक्टूबर 2023 – मां महागौरी (आठवां दिन) दुर्गा अष्टमी
23 अक्टूबर 2023 – महानवमी, (नौवां दिन) शरद नवरात्र व्रत पारण
24 अक्टूबर 2023 – मां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन, दशमी तिथि (दशहरा)
शारदीय नवरात्रि का महत्व (Importance of Shardiya Navratri)
नवरात्रि मां भगवती दुर्गा की आराधना करने का श्रेष्ठ समय होता है. इन नौ दिनों के दौरान मां के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है. नवरात्रि का हर दिन मां के विशिष्ट स्वरूप को समर्पित होता है, और हर स्वरूप की अलग महिमा होती है. आदिशक्ति जगदम्बा के हर स्वरूप से अलग-अलग मनोरथ पूर्ण होते हैं. यह पर्व नारी शक्ति की आराधना का पर्व है.